रहने दो मासूम हमें

मै जैसा हूं मुझे वैसा रहने दो
बात दिल की है मुझे आज कहने दो
नहीं बनना मुझे किसी सोनू,मोनू पप्पू की तरह
जो रहे हमेशा किताबों के पास

मै जैसा हूं मुझे वैसा रहने दो
आजाद पतंग की तरह मुझे हवा में उड़ने दो
नहीं जीना मुझे भविष्य के डर के साया में
बस मुझे आज में ही जीने दो

मै जैसा हूं मुझे रहने दो वैसा
मुझे अपने सपने में आज रहने दो
खोलने दो कलई दिल की सामने सबके
मुझको आज  बस मासूम ही रहने दो

मै जैसा हूं मुझे रहने दो वैसा
ख्वाबों को टूटने ना दो एं आंखों में
पंख ना कतरो हमारे अपने अभिमान में
जीने दो हमें भी एक विश्वास में
रहने दो हमें वैसा ही अपने लिए
ना बदलो हमें अपने इतिहास के लिए








Comments

Popular posts from this blog

Tales of a tough time

Remember my name

A new day